बहुत सभ्य यह भाषा है, लगती भी संस्कारी है। सबको जो जोड़ कर रखती, हिंदी भाषा प्यारी है।।
दुनिया भर में हिंदी भाषा का प्रचार प्रसार करने के उद्देश्य से हर वर्ष 10 जनवरी का दिन विश्व हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस सुअवसर पर बीवीएम ऊधम सिंह नगर ने अपने विद्यार्थियों को विश्व की साहित्यिक भाषाओं की अग्रणी हिंदी भाषा के गुणों से परिचित कराने हेतु कई गतिविधियों का आयोजन किया। हिंदी अध्यापिका शीतल रानी ने हिंदी की व्यापकता को दर्शाते हुए कहा कि दुनिया भर की सबसे अधिक बोली जाने वाली 5 भाषाओं में से एक हिंदी, भारत के अलावा पूरी दुनिया में करोड़ों लोगों के द्वारा बोली जाने के साथ-साथ विश्व के 200 से अधिक विश्वविद्यालयों में पढ़ाई भी जाती है। हिंदी के महत्त्व को इस बात से जाना जा सकता है कि विश्व के कई देशों में हिंदीभाषी लोगों की बढ़ती संख्या के साथ-साथ ऑक्सफोर्ड डिक्शनरी के द्वारा हिंदी के कई शब्दों को भी शामिल किया गया है। अपने समृद्ध साहित्य और वैज्ञानिकता के कारण जहां यह भाषा भारत की प्रिय भाषा है वहीं दुनियाभर के साहित्यकारों एवं अनुवादको की भी चहेती है। इस अवसर पर आयोजित विभिन्न गतिविधियों के अंतर्गत विद्यार्थियों ने हिंदी सुलेख में भाग लेते हुए हिंदी के महत्त्व पर अपने विचार लिखें। बच्चों ने हिंदी की शान को दर्शाते हुए कविता पाठ किया विद्यालय की उभरती कवयित्री कक्षा दसवीं की छात्रा रिधिमा मोदड़ी ने अपनी स्वरचित कविताएं साझी की। विद्यालय कार्यकारिणी समिति के सदस्यों एवं कार्यवाहक प्रधानाचार्य रंजू मंगल ने विद्यार्थियों की गतिविधियों के माध्यम से सुंदर प्रस्तुति की प्रशंसा करते हुए कहा की हिंदी के उत्थान में आज युवा पीढ़ी को हिंदी के प्रति सम्मान और हिंदी के अधिकाधिक प्रयोग का प्रण लेना होगा। उन्होंने कहा कि जहां अपनी भाषा में ही सुंदर और सहज अभिव्यक्ति संभव है वहीं किसी राष्ट्र की उन्नति में भी अपनी भाषा ही सहायक होती है।