भारतीय विद्या मंदिर, ऊधम सिंह नगर के विद्यार्थियों ने विश्व की सबसे प्राचीन और वैज्ञानिक भाषा की शाश्वत सुंदरता और विद्वत्तापूर्ण विरासत का सम्मान करते हुए उत्साह के साथ संस्कृत दिवस मनाया।
इस विशेष दिवस के उपलक्ष में सर्वप्रथम प्रातःकालीन सभा में संस्कृत के अध्यापक श्री राजकुमार ने अपने वक्तव्य के माध्यम से संस्कृत के महत्व और वर्तमान समय में इसकी प्रासंगिकता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि संस्कृत भाषा प्राचीनतम भाषा होने के साथ-साथ बौद्धिक और आध्यात्मिक विरासत के आधार भी है। संस्कृत दिवस में कक्षाओं में विभिन्न गतिविधियांँ करवाई गई। कक्षा आठवीं के छात्रों ने संस्कृत वार्तालाप गतिविधि में भाग लेते हुए श्रीमद्भगवद्गीता के गहन श्लोकों का पाठ किया तथा कक्षा सातवीं के छात्रों ने श्लोक लेखन गतिविधि के माध्यम से संस्कृत भाषा के महत्व को प्रदर्शित किया ।इसके अतिरिक्त कक्षा पाँचवीं और छठी के विद्यार्थियों ने संस्कृत गीत की भावपूर्ण प्रस्तुति के द्वारा सबको मंत्रमुग्ध कर दिया । प्रधानाचार्या श्रीमती सीमा गुप्ता जी ने छात्रों और शिक्षकों की उत्साहपूर्ण भागीदारी की सराहना करते हुए कहा कि युवा शिक्षार्थियों को इस संस्कृत भाषा रूपी अमूल्य निधि पर गर्व अनुभव करना चाहिए तथा साथ ही उन्होंने संस्कृत भाषा को भारत के गौरवशाली अतीत के सेतु और भविष्य के ज्ञान के प्रकाश स्तंभ के रूप में अपनाने का आवाह्न किया।